महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए जहां एक तरफ योगी आदित्यनाथ महिला सशक्तिकरण की बात करते हैं वहीं दूसरी ओर महिलाएं असुरक्षित होती हुई नजर आ रही हैं हर रोज कोई ना कोई ऐसा मामला सुनने को मिलता है जिसमें महिला के साथ बलात्कार किया मारपीट जैसी घटना सामने आती है ।
वैसे ही एक कानपुर के रहने वाली फरहत तस्लीम का मामला सामने आया । पति की मृत्यु के बाद देवरों ने फर्जी वसीयतनामा बनवा कर दुकान वाह मकान अपने नाम कर 50 लाख में बेचने का निर्णय लिया । जब यह बात फरहत तस्लीम को पता चली तो उन्होंने अपना हिस्सा मांगा जिसपे इमरान अहमद वा मेहताब अहमद दोनो देवरों का कहना है की उनके पिता ने सारी संपत्ति मेरे नाम कर दी है । इसलिए अब उनकी बड़ी भाभी का इसपे कोई अधिकार नहीं है । परंतु प्रार्थिनी का कहना है कि ऐसा कुछ भी नहीं है ।
प्रार्थिनी ने आरोप लगाया की एक मकान में रहने की वजह से दोनों देवर इमरान अहमद व मेहताब अहमद देर रात अक्सर घर में घुसकर अश्लील हरकत कर अभद्र भाषा का प्रयोग कर मेरी छवि को धूमिल करना चाहते हैं । और कई बार जान से मारने का भी प्रयास कर चुके हैं । प्रार्थिनी ने बताया कि वह अपनी एक बेटी की शादी कर चुकी है बेटे डर से ननिहाल में रखे हैं और छोटी बेटी प्राइवेट नौकरी कर घर का सारा खर्च चलाती है प्रार्थिनी को अपने बच्चों की जान का भी खतरा है प्रार्थिनी ने थाना चमनगंज में और 112 पर सूचना दे चुकी है परंतु किसी प्रकार की कोई कार्यवाही ना की गई ।